धोखे की कहानी

हनीमून हत्याकांड के पीछे की गहरी साजिश का खुलासा

मेघालय में एक रोमांटिक हनीमून की आड़ में हुई एक भयावह हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। राजा रघुवंशी की रहस्यमयी मौत ने धोखे, विश्वासघात और चतुराई से रची गई साजिश का एक जाल उजागर किया है, जो मानव लालच और बदले की भावना की गहराई को सामने लाता है।

धोखे की कहानी


जो शुरू हुआ एक खुशहाल हनीमून के रूप में, वह सोहरा, मेघालय में एक निर्मम हत्या में बदल गया। राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने नए जीवन का जश्न मनाने के बहाने उन्हें एक सुनसान स्थान पर ले जाकर अपने प्रेमी राज कुशवाहा और तीन किराए के हत्यारों के साथ साजिश रची। 23 मई को यह योजना इतनी चतुराई से अंजाम दी गई कि राजा का परिवार और जनता स्तब्ध रह गई।

साक्ष्यों का खुलासा

मेघालय पुलिस के ‘ऑपरेशन हनीमून’ ने ऐसे साक्ष्य जुटाए जो सोनम की पोल खोलते हैं। 42 से अधिक सीसीटीवी फुटेज ने अपराध की ओर इशारा किया, जबकि खून से सनी जैकेट, सोनम का रेनकोट और गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के पास मिला हथियार इस वारदात का सबूत बने। होटल के रिकॉर्ड ने सोनम के अपरा एकादशी का व्रत रखने के दावे को गलत साबित कर दिया, जो उसके खिलाफ और पुख्ता सबूत था।

एक बेबसी भरा छिपाव

जांच को भटकाने के लिए सोनम ने राजा के सोशल मीडिया पर मृत्यु के बाद “सात जन्मों का साथ है” जैसा संदेश पोस्ट किया। लेकिन पुलिस ने राज कुशवाहा के साथ आमने-सामने की पूछताछ में उसे बेनकाब कर दिया। सबूतों के दबाव में सोनम ने कबूल किया कि उसने राज और हत्यारों—आकाश राजपूत, विशाल उर्फ विक्की ठाकुर, और आनंद कुर्मी—के साथ मिलकर साजिश रची थी।

मकसद और परिणाम

मकसद था राजा को रास्ते से हटाकर राज के साथ नई जिंदगी शुरू करना। सोनम ने 9 जून को गाजीपुर, यूपी में सरेंडर कर दिया, लेकिन तब तक पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। राजा के भाई सचिन और पिता अशोक रघुवंशी ने सोनम के लिए फांसी की सजा और उसके परिवार के सामाजिक बहिष्कार की मांग की। सोनम के भाई गोविंद ने भी हत्यारों के लिए कड़ी सजा की मांग की, लेकिन दावा किया कि उसे साजिश की जानकारी नहीं थी।

देश में हड़कंप

यह भयानक घटना देशभर में आक्रोश और दुख की लहर ला रही है, जो रिश्तों में छिपे विश्वास और मंशाओं पर सवाल उठाती है। जैसे-जैसे कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, यह मामला मानवीय संबंधों की सतह के नीचे छिपे अंधेरे का एक डरावना सबक बन गया है।

Comments